बुलढाणा : जिले के चांदूर बिसवा के रहने वाले पत्रकार वहीद खान ने 2021 में स्थानिक पुलिस की गैर कानूनी कार्रवाई के बारे में एक खबर का प्रकाशन किया था। तब से उन्हें पुलिस अपना निशाना बना रही है।जिसकी पुरे जिले में आजकल चर्चा शुरू है।
गौरतलब है की पत्रकार वहीद खान द्वारा खबर के प्रकाशन के बाद से वहां की पुलिस पूरी तरह बौखला गई है। उनके घर में घुसकर तत्कालीन थानेदार ने महिलाओं के साथ अश्लील भाषा में गाली गलौज करके धमकियां दी थी, जिसकी लिखित शिकायत वहीद खान ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों से की है। बताया जाता है की 100 से अधिक शिकायते करने के बाद भी कोई भी निष्पक्ष जांच अथवा वहीद खान की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जांच अधिकारी आरोपी पुलिस अधिकारियों का साथ दे रहे हैं। सूत्रो का कहना है उस खबर में जिन आरोपीयो के बारे में वर्णन था उनके खिलाफ आज दिनांक तक कोई कार्रवाई की बात छोड़िये उन्हें पुलिस थाने में बुलाकर उनका जवाब तक नहीं लिया गया है। जब इस बारे में आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी गई तो संबंधित DySp अधिकारी साहेब ने जवाब में उत्तर दिया की आवेदक द्वारा मांगी गई जानकारी आरटीआई आवेदन पत्र समझ मे नही आरहा है। जिला पुलिस अधीक्षक मुख्यालय बुलढाणा में जब आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी गई तो वहां के पुलिस उप अधीक्षक ने कार्यालय अधीक्षक को इस संबंध में पत्र दिया आज दिनांक तक कोई जवाब नहीं दिया। कार्यालय अधीक्षक को स्मरण पत्र दिया गया। जिसका भी जवाब भी नहीं दिया गया है। इससे जाहिर होता है की जब अधिकारी खुद के अधिकारी के पत्र का जवाब नहीं दे रहे हैं तो जनता के पत्र का जवाब क्या देंगे यह सोचने का विषय है !
एक सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार अपने उपर हुए अन्याय अत्याचार के लिए संघर्ष कर रहा है और 1 साल में उसे न्याय नहीं मिल रहा है तो गरीब मजबूर मजलूम जनता को कितनी परेशानियां होती होगी। बताया जाता है की आजकल बुलढाणा पुलिस की मनमानी से आम जनता त्रस्त है।
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