यनफरम सवल कड पर जमयत उलम-ए-हद न तयर क अपन रय कल ल कमशन क भज जएग

समान नागरिक संहिता यानी सभी धर्मों के लिए एक ही कानून। अभी होता ये है कि हर धर्म का अपना अलग कानून है और वो उसी हिसाब से चलता है। भारत में आज भी ज्यादातर धर्म के लोग शादी, तलाक और जमीन जायदाद विवाद जैसे मामलों का निपटारा अपने पर्सनल लॉ के मुताबिक करते हैं।

source https://www.indiatv.in/india/national/jamiat-ulema-e-hind-prepared-its-opinion-on-uniform-civil-code-2023-07-03-972080

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