आया रे आया.... हाथी आया... एक को किया खतम

पेण्ड्रा / कोरबा जिले के पसान रेंज से पेण्ड्रा रेंज में पहुंचे 43 हाथियों के दल ने बुधवार की रात को ग्राम दमदम से मरवाही रेंज की ओर जाते हुए रास्ते में कंचोत्थी पारा में एक महिला को कुचलकर मार डाला। महिला की लाश को लोगों ने सुबह देखा और वन विभाग को सूचना दिया जिसके बाद घटना स्थल पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी ने मृतक के परिजनों को 25 हजार रूपए की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान किया है। हाथियों का दल मरवाही रेंज में पहुंचने के बाद दो ग्रुप में बंट गया है जिसमें से एक ग्रुप नाका और दूसरा ग्रुप माड़ाकोट के जंगल में है।

दर्जन भर शावक और 10 से अधिक दंतैल सहित 43 हाथियों के दल ने मरवाही वन मण्डल के पेण्ड्रा रेंज के दमदम गांव के कंचोत्थी पारा में 35 वर्षीय एक महिला जानकी बाई पति कार्तिक राम जाति धनुहार को कुचलकर मार डाला है। महिला ग्राम रुमगा की रहने वाली थी, जो कि अपने रिश्तेदार के घर से रात में अपने 7 वर्ष की बेटी के साथ जंगल के रास्ते पैदल अपने घर रूमगा जा रही थी जहां रास्ते में उसका सामना हाथियों से हो गया जिसके बाद हाथियों ने उसे कुचलकर मार डाला। वहीं उसकी 7 वर्षीय बेटी अपना जान बचाकर वहां से घर भागने में सफल हो गई।

महिला की लाश को लोगों ने सुबह देखा और वन विभाग को सूचना दिया जिसके बाद घटना स्थल पर पहुंचे वन विभाग पेण्ड्रारोड के एसडीओ नवीन निराला, पेण्ड्रा के रेंजर सत्तू लाल जायसवाल ने मृतक के परिजनों को 25 हजार रूपए की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की है। शेष मुआवजा राशि 5.75 लाख रुपए मृतक के आश्रित के खाते में जमा किया जाएगा। महिला की मौत की घटना के बाद क्षेत्र में दहशत फैल गया है।

43 हाथियों का यह दल मरवाही रेंज में पहुंचने के बाद दो ग्रुप में बंट गया है जिसमें से एक ग्रुप दानीकुंडी के कक्ष क्रमांक 2005 नाका में रुका है जबकि दूसरा ग्रुप कक्ष क्रमांक 2026 माड़ाकोट के जंगल में है। वनकर्मी सहित हाथी मित्र दल निगरानी में जुटे हुए हैं।

कोल ब्लॉक आवंटन के कारण अपने रहवास से भटके हाथी इसी वर्ष 7 लोगों को मार चुके हैं

कोरबा और सरगुजा जिले के हाथी रहवास क्षेत्र में कोल ब्लॉक आवंटन के कारण हाथी अपने रहवास से भटक रहे हैं जिसकी कीमत यहां के लोगों को भी अपने जान माल के नुकसान से चुकाना पड़ रहा है। बता दें कि कालांतर में पेण्ड्रा मरवाही क्षेत्र में घनघोर जंगल थे लेकिन इन जंगलों में हाथी नहीं रहते थे और न ही दूसरे जंगल के हाथी यहां आते थे। कोरबा और सरगुजा जिले के हाथी रहवास क्षेत्र में कोल ब्लॉक आवंटित किए जाने के बाद वर्ष 2015 से हाथियों का यहां आना जाना शुरु हुआ है। इसी वर्ष हाथियों ने मरवाही वन मंडल में 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। इससे पहले भी कई लोगों को हाथियों ने मारा है। 21 फरवरी को ग्राम कटरा में राम प्रसाद पिता रामविशाल पाव, 20 मार्च को ग्राम रूमगा में 10 वर्षीय छोटी पिता मुन्ना लाल धनुहार, 24 मार्च को ग्राम परासी में 45 वर्षीय धनिया बाई पति अशोक कुमार लूनिया, 10 जून को ग्राम मालाडांड़ में 45 वर्षीय बादीराम पनिका पिता सोनई पनिका, 11 जून को ग्राम कटरा में रामधन मार्को पिता मंगल सिंह मार्को उम्र 50 वर्ष, 20 अगस्त को ग्राम कुम्हारी में अशोक धनुहार को और अब जानकी बाई को हाथी ने मार डाला है।

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